नये साल का टार्गेट जो फ़िक्स करना हैं क्योंकि आज तारीख इकत्तीस हैं l नये साल का टार्गेट जो फ़िक्स करना हैं क्योंकि आज तारीख इकत्तीस हैं l
सरकते दिनों में तुम्हारे बग़ैर मैं खुद को छीजती रही..... अकेलापन, तनहाई, उदास शामों के बेतरतीब सिलसि... सरकते दिनों में तुम्हारे बग़ैर मैं खुद को छीजती रही..... अकेलापन, तनहाई, उदास शा...
मैं सर्दियों के लिए भोजन इकट्ठा कर रही हूँ। बहुत काम पड़ा है मैं सर्दियों के लिए भोजन इकट्ठा कर रही हूँ। बहुत काम पड़ा है
कानों में बस झूठे बोल बसे थे कानों में बस झूठे बोल बसे थे
दूसरी शादी कर दी और उसके बाद निश्चिंत हो गया कि मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं होगा। दूसरी शादी कर दी और उसके बाद निश्चिंत हो गया कि मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं होगा।
प्यार और खुशियां उसके आंगन में बरसने लगी। प्यार और खुशियां उसके आंगन में बरसने लगी।